अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस: आज के दौर में हर महिला क्षेत्र में आगे हैं। लेकिन इस दौड़ में भारी जिंदगी में वो खुद का रहस्य रखना भी भूल गए हैं। जिसके कारण उन्हें कई सारिचिकित्सक चिकित्सकों से परामर्श मिलता है। हालाँकि ऐसे कई उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर आप खुद को फिट और स्वस्थ रख सकते हैं। साथ ही चोरों की पसंद में आने से खुद को भी बचाया जा सकता है। इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आइए जानते हैं महिलाओं को अपने शरीर में हो रही इन लक्षणों पर खास नजर रखनी चाहिए। ताकि गंभीर स्वास्थ्य देखभाल को टाला जा सके. हमारे विशेषज्ञ
डॉ. अंजलि कुमार, स्त्री रोग विशेषज्ञ, सीके बिड़ला हॉस्पिटल, गुड़गांव और डॉ. वीणा मिधा, स्त्री रोग विशेषज्ञ, अवंतिका स्पेशलिटी हॉस्पिटल, दिल्ली इसमें कुछ टिप्स दिए गए हैं।
स्तन में परिवर्तन
स्तन में आंत का होना भी मनोवैज्ञानिक कैंसर का संकेत हो सकता है। जागरूकता की कमी के कारण महिलाओं में स्तन कैंसर का पता बार-बार उन्नत चरण में पकड़ में आता है। स्तनों में जो स्तन के बाकी टिश्यू से सख्त और अलग आकार हो या लम्बाई से स्राव को जांचना चाहिए। महिलाओं को नियमित अंतराल पर कैंसर की जांच के लिए जांच कराना चाहिए। स्तन में किसी भी बदलाव का शीघ्र पता लगाने के लिए सेल्फ एज़ामिन करना चाहिए।
लगातार थकान
बहुत-सी महिलाओं को हर समय थकान महसूस होती है। बार-बार फैटी एसिड, सूक्ष्मजीवी विकार, सूक्ष्म पोषक तत्वों और विटामिन डी की कमी का कारण हो सकता है। ऐसे में जरूरी जांच करवानी चाहिए। पूरी रात नींद आने के बाद भी थकान महसूस होना तनाव, चिंता, अवसाद या ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया का कारण हो सकता है। ऐसे में इसे कभी भी ऑनलाइन नहीं किया जाना चाहिए।
मुख्य मासिक धर्म
यह एक बहुत ही सामान्य समस्या है, जो किसी भी महिला को हो सकती है, लेकिन बार-बार ये लक्षण यूटेरिन यूरोलॉजी, पॉलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम, अनिद्रा की समस्या का कारण भी बन सकते हैं। मासिक धर्म हर 21-35 दिनों में नियमित रूप से होना चाहिए। भारी प्रवाह, मध्य-चक्रवात प्लास्टर या स्पॉटिंग, लंबे समय तक फ़्लोरिडा फ़्लोरिडा, यह कबाड़, पीसीओडी या फ़्लोरिडा जैसे हार्मोन फ़्लोरिडा के कारण हो सकते हैं। सहवास के बाद सामान्य या रजोनिवृत्ति के बाद नामांकन को लिया जाना चाहिए।
(शमीम खान से बातचीत पर आधारित)