किडनी हमारे शरीर के लिए सबसे जरूरी है। किडनी होने के बुरे लक्षण बीमारी के बढ़ने तक कोई अतंर महसूस नहीं होता. लाखों लोग किडनी की कई तरह की ताकतों के साथ रहते हैं और उनमें से ज्यादातर का आकार नहीं होता है। जब पेट में दर्द हो या पेशाब का रंग बदल जाए या खून आए तो आम तौर पर लोगों में लक्षण होते हैं कि किडनी खराब हो गई है लेकिन कई ऐसे संकेत हैं कि किडनी खराब हो रही है। से बाहर कर उत्पाद और खून शरीर के रग-रग में दौड़ते रहते हैं, इसलिए जब किडनी खराब होती है तो इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है। फिल्टर करता है. ये सभी टॉक्सिन हमारे ब्लैडर में जाते हैं और पेशाब करते समय बाहर निकलते हैं। यही कारण है कि अक्सर साइलेंट किलर के रूप में जाना जाता है।
ये है समस्या
एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति को दिन में 6-10 बार पेशाब आता है। इससे अधिक बार पेशाब आना किडनी खराब होना की निशानी है। किडनी की समस्या के मामले में किसी व्यक्ति को बहुत कम बार या फिर बहुत अधिक बार पेशाब करने की इच्छा महसूस होती है। ये दोनों ही स्थिति किडनी को नुकसान पहुंचाती हैं। कुछ लोगों के पेशाब में खून भी होता है। ऐसा डैमेज हुआ किडनी के कारण रक्त कोशिकाओं के पेशाब में जलन के कारण होता है। प्रारंभिक अवस्था में उपाय करने से किडनी खराब होने से बचा जा सकता है। हाई ब्लड खराब होना, शुगर और लेवल लेवल से अधिक लोगों में किडनी के जल्दी होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। इसलिए इन लोगों को अपनी सेहत पर नजर रखनी चाहिए। मेडिकल टेस्ट से आरंभिक चरण में डॉक्टरों का पता लगाना और इलाज शुरू करने में मदद मिलती है। जब पेट में दर्द हो या पेशाब का रंग बदल जाए या खून आए तो आम तौर पर लोगों में लक्षण होते हैं कि किडनी खराब हो गई है, लेकिन कई ऐसे मामूली संकेत हैं कि आपकी किडनी खराब हो गई है।
ये हैं सामान्य लक्षण
बहुत ज्यादा थकान
ऐसे तो थकान कई खतरनाक लक्षण होते हैं लेकिन जब किडनी खराब होने के अन्य लक्षण बहुत ज्यादा थकान के साथ होते हैं तो यह भी किडनी खराब होने के संकेत होते हैं। दरअसल, कैंसर के खराब होने से ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। ऐसा होता है और शरीर में कमजोरी और थकान बढ़ जाती है।
एडिमा
किडनी शरीर से अतिरिक्त ऑक्सीजन को फिल्टर करने में मदद मिलती है। जब किडनी ठीक से काम करना बंद कर दिया जाता है, तो शरीर में यूरिया जमा होने लगता है। इससे पिंड और तंतुओं में सूजन बढ़ जाती है। इस स्थिति को एडिमा कहते हैं। वैसे तो टॉक्सिक और किडनी में आंखों और चेहरे में सूजन देखी जाती है, लेकिन इसके लक्षण सबसे ज्यादा हाथ, पैर की हड्डियों को प्रभावित करते हैं।
भूख कम लगना
बॉडी में बेवकूफ़ और वेस्ट के स्टोर से भी आपकी भूख कम हो सकती है। इससे वजन घटने लगता है। इस कारण व्यक्ति को हर समय पेट भरा हुआ महसूस होता है और कुछ खाने का मन नहीं होता है। यह किडनी खराब होने का खतरनाक संकेत है, जिस पर लोग आमतौर पर ध्यान नहीं देते हैं।
नींद नहीं आना
जब किडनी सही तरीके से प्यूरीफायर का काम नहीं करती तब ब्लड टॉक्सिन की मात्रा बढ़ती है। इस कारण रात को नींद आने की परेशानी होती है।
रेशम के सिक्के
जब खून में मुर्गे ज्यादा दिखते हैं और किडनी इसे सही तरीके से प्यूरीफाई नहीं कर पाती तो यह खाल के नीचे दबने लगते हैं। इससे त्वचा में खुजली, सूखापन और दुर्गन्ध की समस्या हो सकती है। त्वचा में खुजली होना बेहद आम है इसलिए लोग इसे मंजूरी दे देते हैं।
पफ़ी आइज़
आंखों के पास पफी आना भी किडनी खराब होने के संकेत हैं। ठोस या पदार्थ पदार्थ हाथ, पैर, चेहरे और आंखों के नीचे जमा होने लगता है। इससे फेस पर पफी लुक दिखता है। जब किडनी सही तरीके से काम नहीं करती है तब इसमें घनत्व की मात्रा बढ़ती है।