दस लाख का इनामी सब जोनल कमांडर रवि गंझू गिरफ्तार, नौ थानों में दर्ज हैं कई मामले – Gumla News

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प्रशांत बोस का बॉडीगार्ड और 10 लाख का इनामी प्रशांत बोस का बॉडीगार्ड

भाकपा माओवादी संगठन के पोलित ब्यूरो सदस्य और एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस का बॉडीगार्ड रह चुका रवि व्यास शंभू गंझू गुमला पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस की स्पेशल टीम ने उसे घाघरा के दिरगांव करासिलि झलकापाठ से पकड़ा है।

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रविवार को गांझू को जेल भेज दिया गया। वह चतरा के टंडवा कहने वाला है। वर्तमान में संगठन में उसका स्टेटस जोनल कमांडर था। सरकार ने उसपर दस लाख का इनाम भी घोषित किया है। उस पर विभिन्न थानों में 9 मामले दर्ज हैं, जो पुलिस मुठभेड़ और आगजनी से जुड़ी हुई है।
‘रांची चुनाव’ में सक्रिय था
गुमला में वर्ष 2013 में हुए दो दिनी पुलिसिया मुठभेड़ में एरिया कमांडर रामचंद्र परहिया मारा गया था। उस मुठभेड़ में भी यह शामिल था। अत्याधुनिक हथियार एन-95 लेकर चलने वाला यह देवता बहुत ही शातिर है। ताजा जानकारी एसपी शंभु कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता में दी।

अपनी गिरफ्तारी को सार्वजनिक करते हुए एसपी ने बताया कि वह लोकसभा चुनाव से पहले गुमला जिलों के इलाकों में सक्रिय थी और शीर्ष नेतृत्व के निर्देशों पर जिलों में माओवादियों को बढ़ाने के मकसद से काम कर रही थी।

पुराने दाताओं से संपर्क करके विकास योजनाओं को जागरूकता लायी और पुलिस को नुकसान पहुंचाया गया। प्रेस वार्ता में एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव, थाना प्रभारी वरुण कुमार समेत पुलिस बल थे।

पुलिस को दी है अहम जानकारी
एसपी ने बताया कि चुनाव के दौरान रवि गंझू जिले में काफी सक्रिय थे। लेकिन पुलिस को इसकी भनक लगी। इसलिए पुलिस की टीम इसके पीछे लगी हुई थी। रवि गंझू छोटू खेरवार जो कि रिजनल कमेटी के सदस्य हैं और बुढ़ापाहाड़, लोताहार, गुमला व लोहरदगा जिले में सक्रिय हैं। उसी दस्ते में था। पुलिस को इस कई अहम जानकारी दी गई है। जिसके आधार पर शोध किया जा रहा है। प्रयास है कि और भी सफलता जल्द ही मिले।

देहजी पर्चा बरामद, साथी भागे
एसपी ने बताया कि पुलिस को शनिवार शाम जानकारी मिली कि छोटू खेरवार दस्ते के लोग क्षेत्र में पुलिस को नुकसान पहुंचाने और लेवी वसूलने के लिए घूम रहे हैं। किसी भी घटना को अंजाम दे सकता है। ठेकेदार व रूद्र के लिए एसडीओ सुरेश प्रसाद यादव व घाघरा थाना प्रभारी वरुण कुमार के नेतृत्व में टीम बनी।

इसी क्रम में रवि पकड़ा गया। उस वक्त वह अकेला था। संभवतः दस्ते के लोग भाग गए। पुछताछ में उसने सारी जानकारी दी। तलाशी के क्रम में कैमोफ्लाइज पिठू बैग, दैनिक उपयोग की ग्राफ्टिंग और डांगी पर्चा मिला।

अर्जुन और कृष्ण है बच्चों का नाम
रवि गंझू 17 साल की उम्र से ही देशी संगठन से जुड़े हुए हैं। उसका विवाह हो चुका है। पत्नी व दो बच्चे हैं। जिसका नाम कृष्ण और अर्जुन है। दोनों अध्ययन करते हैं। रवि समय-समय पर अपने घर पर पैसा खर्च रहता है। एसपी ने बताया कि टंडवा में पोस्टिंग के समय से ही वे इसके पीछे थे।

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