नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के शामली में एक नगरपालिका परिषद के कुछ सदस्य एक बैठक के दौरान एक-दूसरे से झगड़ पड़े, जो WWE कुश्ती मैचों को शर्मसार कर सकता है। घूंसे और लातें फेंकी गईं, लोगों ने खुद का बचाव करने के लिए मेज का इस्तेमाल किया और यहां तक कि एक ने कुर्सी पर चढ़कर दूसरे सदस्य पर कूदने की कोशिश की।
यह चौंकाने वाली घटना शामली नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक के दौरान हुई, जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष अरविंद संगल और विधायक प्रसन्न चौधरी मौजूद थे।
यह विवाद वीडियो में कैद हो गया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और विपक्ष ने भी इसकी निंदा की है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो शेयर करते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर सीधा हमला बोला।
समाजवादी पार्टी नेता ने कहा कि यह घटना न केवल स्थानीय शासन की स्थिति पर सवाल उठाती है बल्कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर तनाव और दरार को भी उजागर करती है।
जब विकास कार्य हुआ ही नहीं तो समीक्षा बैठक में और क्या हुआ, इसी तरह शामली में सदस्यों के मध्य ज़ोरदार शारीरिक आघातों का संयोजन-नियंत्रण हुआ।
भाजपा राज का सबक : समीक्षा बैठक में अपनी सुरक्षा का प्रबंधन स्वयं करके अतिथि। pic.twitter.com/9Fb8wBVwmh
-अखिलेश यादव (@yadavkhiles) 28 दिसंबर 2023
उन्होंने कहा, “जब कोई विकास कार्य नहीं हुआ तो समीक्षा बैठक में और क्या हो सकता था, इसलिए शामली में पार्षदों के बीच मारपीट हो गई। बीजेपी शासन का सबक: समीक्षा बैठक में अपनी सुरक्षा का इंतजाम करके आएं।” लिखा।
इंडिया टुडे के मुताबिक, यह बैठक शामली में 4 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं पर चर्चा के लिए हो रही थी।