बेली फ़िट यानी पेट की खूबसूरत हुई चर्बी स्वास्थ्य के लिए कई विनाशकारी काम करती है। इसके अलावा यह बॉडी शेप भी बनाई गई है। एक बार जब यह बढ़ता है तो बिना किसी परेशानी के लोग तरह-तरह के जतन करते हैं। बेली फ़िट के बढ़ने की कई वजहें हैं। इसे भी अनेक के लिए देखें वेट लॉस उपायों को अपनाना शामिल है जो काफी मुश्किल होता है।आइए जानते हैं किन कारणों से बढ़ोतरी होती है और कैसे शामिल किया जा सकता है
वाइन का सेवन
वाइन का असीमित सेवन पेट की चर्बी से भरपूर है। अध्ययन में पाया गया है कि शराब का सेवन करने वाले लोगों में बेली फैट बढ़ने की संभावना अधिक होती है।
उत्तर न करना
ध्यान व योग नहीं करने से बेली फातिहा जाम होता है। दैनिक नियुक्ति जरूरी है। यह शरीर को फिट है. इससे शरीर में कहीं भी अतिरिक्त वसा नहीं जमती है।
बैठे रहे
आरामतलबी लोगों के शरीर में धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे होने वाली थकान का जमाव होता है। ज्यादातर बैठे वाले लोगों में पेट के पोर्टफोलियो-गिरफ्तार जामता जाता है। इससे शरीर बेडोल जैसा दिखता है।
तनाव का कारण है
तनाव भी बेली फ़ास्ट रिक्वेस्ट है। कॉर्टिसोल एक तरह का हार्मोन है जो एड्रिनल ग्लैंड्स से तनाव की स्थिति में सबसे ज्यादा होता है। यह मोटापा बढ़ने का कारक बनता है।
जेनेटिक
कुछ लोगों में बेली फैट की स्थिति जेनेटिक्स के काम आती है। मोटापे वाले फैक्टर जीन में ही होते हैं। आनुवंशिकता की वजह से बेली फातिहा की उम्र काफी ज्यादा है।
शुगर के पदार्थ
शुगर युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन से मात्रा बहुत अधिक है। बेली के क्षेत्र में वसा का जमाव होता है इसलिए युक्त शर्करा वाले पदार्थ के सेवन से बेली के मोटापे को बढ़ाया जा सकता है।
खूब पानी पीएं
अधिक मात्रा में पानी पीने से सबसे अच्छा असर होता है। बेहतर परिणाम के लिए आप से पहले भरपूर मात्रा में पानी पीएं।
खाने में ये शामिल है
पेट की चर्बी को कम करने के लिए आपको खाने में अधिक से अधिक कार्ब की आवश्यकता होती है, फल की मात्रा भी अधिक होती है। इसके अलावा एक बार भर पेट ना टिकाऊ और थोड़ा-थोड़ा टिकाऊ।