अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला की प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियों पर जोर-शोर से काम चल रहा है। इस बीच एक खबर राजधानी दिल्ली से सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार, हिंदू सेना के वकील ने मध्य दिल्ली के बाबर रोड पर ‘अयोध्या मार्ग’ के स्टिकर साइनबोर्ड से छींटे डाले हैं। संगठन की ओर से इसका नाम परिवर्तन की मांग की गई है। मामले के प्रकाश में आने के बाद नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) की आपत्ति आई और पोस्ट हटवाया में हुई। इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज की जाएगी। इस बीच ‘हिन्दू सेना’ के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि संगठन लंबे समय से बाबर रोड का नाम बदलने की मांग कर रहा है।
सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आया
समाचार एजेंसी एनीनी ने सोशल मीडिया एक्स पर लेकर जानकारी साझा की है। जो तस्वीर सामने है उसमें नजर आ रही है कि भगवा रंग के स्टिकर अंग्रेजी और हिंदी दोनों में ‘अयोध्या मार्ग’ लिखा हुआ है। हालाँकि, बाद में स्टिकर हटा दिए गए। स्टिकर रिलीज़ का वीडियो भी न्यूज़ एजेंसी ने शेयर किया है। हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने भी अपने सोशल मीडिया मांग मंच एक्स पर वीडियो साझा किया है और कहा है कि संगठन लंबे समय से कर रहा है कि बाबर रोड का नाम बदला जाना चाहिए।
दिल्ली में बाबर रोड का क्या काम?
गुप्ता ने एनी से कहा कि हिंदू सेना लंबे समय से मांग कर रही थी कि बाबर रोड का नाम हमारे किसी महापुरुष के नाम पर रखा जाए। हमारी ओर से कई बार गृह मंत्रालय और एनडीएमसी को पत्र लिखा गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि जब बाबर की मस्जिद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब अयोध्या में नहीं है, तो दिल्ली में बाबर रोड का क्या काम?
रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा उत्सव के अंतिम दिन
हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि जब हम इस सड़क पर नजर डालते हैं तो ऐसा लगता है कि हम आज भी बाबर के समुद्र तट पर जा रहे हैं, अन्यथा हमने इसे अयोध्या अयोध्या मार्ग कर दिया है। गौर हो कि इससे पहले 2022 में साउथपंथी ऑर्गेनाइजेशन ने बाबर रोड का नाम बदलने की मांग की थी। आपको बता दें कि 22 जनवरी को जन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की जॉइनर्स पर चल रही है। दुनिया का सबसे बड़ा 400 लाख का लॉक और 1,265 लाख का लोधी प्रसाद समेत कई उपहार रामलला को प्रसाद के रूप में शनिवार को अयोध्या तक पहुंच गए हैं।