ॐ प्रकाश निरंजन/कोडरमा: बचपन में खेल-कूद की शुरुआत लोगों के लिए बिजनेस और कमाई से बेहतर जरिया बनने के लिए कई बार की गई। एक झुमरी तिलैया के फ्लैग स्क्वायर निवासी निकिता सोमानी ने अपने शौक से बिजनेस के रूप में अच्छी कमाई कर रही है।
यूट्यूब की मदद से सीखें वैक्स कैंडल डिजाइन
निकिता सोमानी ने बताया कि वह बिजनेस फैमिली से जुड़ी हैं। बताया गया कि बचपन में बचपन की छुट्टियों के दौरान बचपन की छुट्टियों में वे घर में रुके थे। उन्होंने बताया कि उनकी दुकान में मीटिंग वाले वैक्स से वह यूट्यूब की मदद से 5 मिनट के लिए आर्ट एंड क्राफ्ट हीट की असोरेटी थी। उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में वह पेपर कप में वैक्स को अलग-अलग डिजाइन के लिए कैंडल तैयार करती थी।
आपदा को अवसर में मोयन का कारोबार शुरू हुआ
निकिता ने बताया कि साल 2020 में कोरोना के बीच लॉकडाउन के दौरान उन्होंने खाली समय में आपदा को अवसर में अपनी इस शौक़ीन कंपनी की शुरुआत की और इसकी बिक्री शुरू की। इसके बाद ग्रेजुएशन करने के लिए वह कॉलेज चला गया। वर्ष 2022 में उन्होंने साइकोलॉजी, समाजशास्त्र और अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद 2023 से उन्होंने अपने कैंडल आर्ट को बिजनेस का रूप देते हुए बड़े स्तर पर इसका निर्माण शुरू किया।
घर में तैयार करते हैं मोमबत्ती
22 साल की निकिता ने बताया कि दीपावली को लेकर वे अपनी मां, दादी और परिवार के अन्य दलों के साथ मिलकर घर पर एक से बढ़कर एक आकर्षक डिजाइन और आतिशबाजी वाले कैंडल तैयार किए गए हैं। कैंडल की शुरुआती कीमत ₹20 से शुरू होकर सामान्यतः 450 रुपए तक है। इनमें कैंडल कैंडल, टेरा पॉटर दीया, रोज, लैवेंडर, सैंडलवुड, फूला, लेमन ग्रास कोपर्स से सबसे खास कैंडल 250 रुपए पीस, पर्लचूर लोध, कैंडल 40 रुपए पीस, स्टार बर्ग कैंडल, रसमलाई कैंडल 250 रुपए प्रति पीस, 100 रुपए प्रति पीस लगी मोमबत्ती ग्लास सहित कई डिज़ाइन शामिल हैं। बताया गया कि सोयल वैक्स और बीईईएस वैक्स का उपयोग कैंडल बनाने के लिए किया जाता है। खुशबूदार मोमबत्ती बनाने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से खुशबू मांगते जा रहे हैं।
कई रेस्तरां में, ऐसे करें शौक
निकिता ने बताया कि उन्होंने अपने उत्पादों की ब्रांडिंग लाइट और ग्लो के नाम से की है। वह अपने इंटरव्यू को लेकर एक वेबसाइट पर भी करवा तैयार कर रही हैं। कि टैब तक कोई भी व्यक्ति अपनी अनमोल रोशनी और चमक और स्केच किए गए नंबर 7779983388 के माध्यम से संपर्क कर कैंडल की रूपरेखा और मंच देश के किसी भी हिस्से में कोरियर सर्विस के माध्यम से प्राप्त कर सकता है। बताया गया है कि अभी भी उन्हें कॉलेज, दिल्ली, पटना, रांची, राजस्थान, नागपुर, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद, इंदौर जैसे बड़े शहरों से सम्मानित किया जा रहा है।
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पहले प्रकाशित : 10 नवंबर, 2023, 18:39 IST