राँची4 घंटे पहले
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झारखंड कांग्रेस ने मोदी पर आधारित आधार तैयार किया
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की झारखंड यात्रा जारी है। वहीं कई प्रश्न भी पूछे गए। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है और प्रधानमंत्री इस तरह के महामंडित होने जा रहे हैं, मानों आज नीनी की जयंती है। वे ”मुंह में राम बगल में छुरी” वाली कहावत का चरितार्थ करते हैं। एक तरफ प्रधानमंत्री बिरसा मुंडा के लिए जेल में श्रद्धांजली दी गई है और दूसरी तरफ भगवान बिरसा मुंडा के राह पर चलने वाले जल, जंगल की जमीन की लड़ाई लड़ने वाले दूसरी तरफ राज्य के मुख्यमंत्री राहुल सोरेन को जेल में बंद कर सत्य पर दर्जा देना चाहते हैं।
किस स्टूडियो से बाबूलाल मंच पर थे
ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की गरिमा की प्रस्तुति नहीं हुई, पूरे मंच को राजेश भगवन्मय बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक बाबूलाल मरांडी किस मंच से हैं जबकि उन पर दल-बदल का मामला विधानसभा अध्यक्ष के पास है। गांधी के तूफान से डरे झूठों के सरदार प्रधानमंत्री, पांच राज्यों के चुनाव में भगवान बिरसा मुंडा की धरती पर एक बार फिर लोगों की नजरों में धूल झोंकने का प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री कहते हैं कि कांग्रेस की तंबू बेचने वाली है। सच्चाई तो यह है कि उनके मुख्य केन्द्रीय मंत्री जिस भी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे हैं वह बहुत खराब तरीके से चुनाव लड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री को माफ़ी माँगनी चाहिए
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी युवा भाई-बहनों को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए थी क्योंकि उनके शासन काल में
- विपक्ष के साथ हुई दुराचार की घटना। जहां पूरा देश शर्मसार हुआ।
- डबल इंजन की सरकार में फोरम की जमीन लूटने के लिए सीएनटी/एसपीटी एक्ट को समाप्त कर अपने मित्रपति मित्रों को लाभ की जमीन लूटने का प्रयास किया गया।
- सरना धर्मकोड को मूर्तिपूजा में शामिल करने की साजिश को राज्य सरकार के तहत फांसी पर लटका दिया गया।
- वन संरक्षण नियम 2022 में प्रकार वन भूमि अभियोजन में ग्राम सभा का अधिकार समाप्त हो गया जिस देश के 20 करोड़ युवा एवं वनों में निवास करने वाले करोड़ो जमीन से बेदखल करने की योजना बनाई गई।
- देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा स्थापित देश के एकलौते भारी औद्योगिक अभियंत्रण (एचईसी) को बंद कर निजी हाथों में स्थापित किया गया था।
प्रधानमंत्री ने केवल घोषणा की कि वे कांग्रेस नहीं हैं