मौसम चेतावनी: हिमाचल में बारिश और तूफान जारी है।

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मौसम चेतावनी: हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है। पृथ्वी से गुलजार मनोरम दृश्य वाले हिमाचल प्रदेश के कई इलाके हिमखंड और भारी समुद्र की मार झेल रहे हैं। प्रदेश के कई इलाक़ों में भारी चट्टानों और हिमस्खलन पर नज़र रखते हुए प्रशासन ने संभावित जारी कर दी है। साथ ही प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि गंतव्यों में जाने से मनाही की जाए। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय और पर्वतीय पूर्वी मौसम के नुकसान के बाद अधिकारियों ने आज यानि रविवार को कई पूर्वी हिमालयी हिमालय में भूस्खलन की चेतावनी जारी की।

प्रशासन ने जारी की चेतावनी

मौसम में आये बदलाव को लेकर रिश्तेदार जिला प्रशासन ने जारी की चेतावनी. त्रिपुरा के डीसी तोरूल एस रवीश ने कहा कि पिछले चार दिनों से मनाली में बारिश और बर्फबारी हो रही है। इस वजह से नेहरू कुंड के बाद सोसाइटी को बंद कर दिया गया। केवल चार व्हीलचेयर असेंबल को ही आगे जाने की मात्रा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सोलंग नाला के बाद सड़क बंद है. भराई, डी. ट्रैक मार्ग बाधित है। जालोरी के पास रोहतांग रोड और NH 305 वाहन यातायात के लिए बंद हैं। हम ऑब्जेक्टिव से आग्रह करते हैं कि वे कहां रहें और गंतव्य पर न जाएं।

किन इलाक़ों में हो रही है उथल-पुथल

वहीं, चंडीगढ़ स्थित रक्षा भू सूचना विज्ञान अनुसंधान संस्थान ने लाहौल, स्पीति, किन्नौर, माउंट, माउंट और ज्वालामुखी जिले के प्रायद्वीप वाले जिलों में गुरुवार तक हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। विदित है कि प्रदेश में एक जनवरी से लेकर अब तक भूस्खलन, भूस्खलन से भूस्खलन, बाढ़ और आग की चपेट में आने से करीब 61 लोगों की मौत हो गई है और दो लोग लापता हो गए हैं। राज्य समीक्षा केंद्र के अनुसार चार राष्ट्रीय राजमार्गों में कुल 405 रिचार्जेबल शामिल हैं, जिनकी वजह से सुपरमार्केट बंद हो गए और बिजली के 577 ऑपरेशंस ऑपरेशंस प्रभावित हो गए। लाहौल और स्पीति में सबसे ज्यादा 288 शौचालयों पर बमबारी हुई। इसके अलावा 83 और उद्यमियों में 21 रॉकेट पर वाहन नदारद रहे। कोकसर और अटल टनल के महासागर में 45 वर्ष तक के उद्यम दर्ज किए गए, जबकि सिस्सु और कोठी में 30 वर्ष तक के उद्यम दर्ज किए गए।

शून्य से नीचे तूफान

इसके अलावा केलांग, कुसुमसेरी में 18 छात्रों और भरमौर में 15.3 छात्रों के रिकॉर्ड की रिकॉर्डिंग की गई। मौसम केंद्र के मुताबिक मनाली में सबसे ज्यादा 29 गेहूं की बारिश दर्ज की गई है। मनाली के बाद सलूणी, तिस्सा और ग्रुप में भी बारिश की एंट्री हो गई। वहीं सियोबाग और बजाजनाथ में भी 11 गेहूं लेकर आठ गेहूं की बारिश दर्ज की गई है। वहीं, बर्फबारी और बारिश के कारण पूरे क्षेत्र में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। कई स्थानों पर तो तापमान शून्य से नीचे चला गया। व्यवसाय के भाषा के साथ



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