युवाओं के लिए सरकार ले रही बड़ा फैसला: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन का शुल्क लगेगा माफ, सीएम ने जल्द फैसला लिया

युवाओं के लिए सरकार ले रही बड़ा फैसला: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन का शुल्क लगेगा माफ, सीएम ने जल्द फैसला लिया
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राँची3 घंटे पहले

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झारखंड में प्रतियोगिता परीक्षा के आवेदन का शुल्क माफ होगा

मुख्यमंत्री रसेल सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार के गठन से पहले जापान एसएससी और जेएसएससी की ओर से ली जाने वाली मेडिकल कॉलेज के लिए आवेदन शुल्क काफी अधिक था, जिस पर हमारी सरकार ने कम करने का निर्णय लिया। अब प्रतियोगिता परीक्षा के आवेदन शुल्क को पूरी तरह माफ करने पर सरकार जल्द ही निर्णय लेगी। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि आप पढ़ाई पर पूरा ध्यान दें। परीक्षा परीक्षा की तैयारी से लेकर सरकार की ओर से विभिन्न कोर्सेज को लेकर आपको आर्थिक मदद की जा रही है। विदेश में भी पढ़ाई के लिए शत प्रतिशत स्कॉलरशिप सरकार दे रही है।
असली सरकार ने 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद के दौरान एसटी/स्कूल के छात्रों को वापस ले लिया। इस निर्णय के बाद जदयू छात्र संघ, जदयू – मूल निवासी संगठन और बड़ी संख्या में छात्रों ने मुख्यमंत्री महासभा कार्यालय में अपना विशाल भंडार जमा किया। इसी दौरान उन्होंने छात्रों से बातचीत के क्रम में कही बात कही।
जवान- मूलनिवासी से मिल कर ही कर सकते हैं काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोई ऐसा गिरोह नहीं है जो मूल निवासियों को भ्रमित कर रहा हो और सरकार की कार्यशैली को भी प्रभावित करने का प्रयास कर रही हो। ऐसे गिरोह से हमें जरूर रहना है। उन्होंने कहा कि यहां काम करने वाले सभी लोगों को जनजातीय-मूलनिवासी के साथ मिलकर सीखना होगा। उनकी भावनाओं का उत्तर देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार झारखंड और झारखंडवासियों के हितों, आशाओं, समर्थकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई निर्णय ले रही है। हमारे निर्णयों के नतीजों को देखना शुरू हो गया है और आने वाली पीढ़ी इसमें शामिल हो गई है और साथ ही साथ मनोरंजन भी करेगी।
युवाओं को रोजगार देने पर विशेष जोर
उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र हो या निजी। आदिवासियों को बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कई सामानों में हजारों की संख्या में सामान खाली पड़े हैं तो कई सामानों के लिए सामान की प्रक्रिया जारी है। आप इस सरकार पर विश्वास रखें। नियुक्तियों में किसी भी प्रकार की धांधली नहीं दी जाएगी।
कल्याण विभाग के कीबोर्डों का हो रहा जीर्णोद्धार
बातचीत के दौरान कहा गया कि अब सभी सुविधाओं से युक्त बातचीत में शामिल हो गए हैं। कल्याण विभाग के ऑटोमोबाइल्स के जीर्णोद्धार का काम तेज गति से चल रहा है। अब यहां रहने वाले छात्र-छात्रों को घर से पशुपालन की जरूरत नहीं होगी। सभी में अनाज सरकार उपलब्ध कराओगी और यहां रसोईया और वैज्ञानिक गार्ड भी होंगे।
जेलों में सबसे ज्यादा जवान, दलित और पिछड़ा बैंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की जेलों में सबसे अधिक संख्या में आदिवासी, दलित और पिछड़े लोग हैं। इन कई वर्षों में सामान्य मामलों में जेल की सजा काटी जा रही है, क्योंकि इनमें से किसी को भी जेल की सजा नहीं मिलती है। ऐसे में वर्जिन गारंटी मिले, इसके लिए सरकार की ओर से संसाधन उपलब्ध हैं। इस दौरान युवा छात्र संघ के अध्यक्ष संजय माली, सुमति कुमारी और सुरबाली समेत सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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