खाना पकाने के तेल के स्वास्थ्य प्रभाव: आपको पता है कि आपकी रसोई में रहने वाला तेल आपके और आपके परिवार की सेहत को ख़राब कर रहा है। जरूरी है कि आप यह जान लें कि स्वास्थ्य की नजर में कौन सा तेल सबसे अच्छा है और कौन सबसे अच्छा है।
![](https://gumlet.assettype.com/Prabhatkhabar/2023-11/3c768439-20ac-42b5-b6e1-67545630cce2/cooking_oil.jpg)
ये तो हम आम लोगों के लिए जरूरी है कि खाना पकाने के लिए तेल जरूरी है। असली डेली रूटीन में सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट के अधिक सेवन से हृदय रोग, मोटापा और सूजन सहित स्वास्थ्य में गिरावट हो सकती है।
![](https://gumlet.assettype.com/Prabhatkhabar/2023-11/e59672b5-7762-453c-abad-04b4bb0badd1/cooking_oil__2_.jpg)
पाम और नारियल तेल में सैचुरेटेड फैट अधिक होता है, जबकि कॉर्न और सोयाबीन तेल में ओमेगा-6 डीएपी एसिड होता है। गुड की बात करें तो अच्छे स्वास्थ्य के लिए ऑलिव ऑयल, फ्लैक्ससीड्स ऑयल, एवोकेडो ऑयल, वैलेंट ऑयल और सीसम ऑयल का कमाल होता है।
![](https://gumlet.assettype.com/Prabhatkhabar/2023-11/ec1d5d86-d524-4e64-911d-ada50226884d/cooking_oil__3_.jpg)
खाना पकाने वाले तेल में कुछ प्रकार के तेल शामिल होते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं लेकिन तेल भी कई प्रकार के होते हैं जिनसे लाभ और हानि होती है। सही नहीं होता इसके अधिक सेवन से हृदय रोग, मोटापा और सूजन जैसे स्वास्थ्य पर असर पड़ता है
![](https://gumlet.assettype.com/Prabhatkhabar/2023-11/c4993da7-3359-4214-a6b6-75afc69d4719/sunf_ll_OIL__4_.jpg)
जैसा कि हम जानते हैं, नारियल तेल या नारियल तेल में सैकूर युक्त फैट की मात्रा अधिक होती है, इसमें प्राकृतिक मूल्यवान श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स (एमसीटी) होती है, जिससे कुछ स्वास्थ्य लाभ हो सकता है। इसके अधिक सेवन से यह एलडीएल लेवल लेवल बढ़ सकता है और हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है।
![](https://gumlet.assettype.com/Prabhatkhabar/2023-11/3809c54f-c012-4c12-af4e-150b67f0ac3e/sunf_ll_OIL__3_.jpg)
मक्के का तेल या मक्के का तेल, इसमें ओमेगा-6 एसिड एसिड अधिक मात्रा में पाया जाता है जिसके सेवन से शरीर में सूजन को बढ़ावा मिल सकता है। जबकि ओमेगा-6 बैक्टीरिया एसिडिटी स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि इसके अधिक सेवन से सूजन और पुरानी दवाओं का खतरा बढ़ जाता है।
![](https://gumlet.assettype.com/Prabhatkhabar/2023-11/889552bb-b001-4a67-87fa-5a70309ec7dd/sunf_ll_OIL__2_.jpg)
मक्के के तेल की तरह, सोयाबीन तेल में भी ओमेगा-6 ओमेगा एसिड की मात्रा अधिक होती है और अधिक मात्रा में सेवन करने से सूजन को बढ़ावा मिल सकता है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए ओमेगा-6 और ओमेगा-3 एसिडिटी का सेवन करना जरूरी है।
![](https://gumlet.assettype.com/Prabhatkhabar/2023-11/3efa38d3-fac3-4e9a-b7ea-d8d565381711/sunf_ll_OIL__1_.jpg)
वेजिटेबल ऑयल में सोयाबीन, मक्का और सनफ्लावर का मिश्रण होता है। इन तेलों में अक्सर ओमेगा-6 केमिकल एसिड की मात्रा अधिक होती है जिसके अधिक सेवन से सूजन की समस्या बढ़ सकती है।
![](https://gumlet.assettype.com/Prabhatkhabar/2023-11/3ef94237-22e6-486d-8a1f-321e1cca75c3/sunf_ll_OIL.jpg)
कई लोगों के फेवरेट सनफ्लावर ऑयल में भी ओमेगा-6 कैरेक्टर एसिड की मात्रा अधिक होती है।जबकि सैचुरेटेड फैट कम होता है। लेकिन ध्यान रखें कि ओमेगा-6 का अधिक सेवन सूजन को बढ़ावा दे सकता है।
![](https://gumlet.assettype.com/Prabhatkhabar/2023-11/833f6292-8494-4751-b5da-468e93508729/GOOD_OIL.jpg)
ये तो हो गई तेल से सेहत पर असर की बात, तो अब सवाल है कि सेहत के लिए जैतून का तेल कौन सा है तो आप ऑलिव ऑयल, फ्लैक्ससीड्स ऑयल, एवोडो ऑयल, वैलेंट ऑयल, सीसम ऑयल का सेवन सीमित मात्रा में कर सकते हैं। हें