स्वास्थ्य देखभाल : जीवन शैलियाँ और सेहत की बात करें तो ऐसे भी कई लोग हैं जब उन्हें भूख लगती है रोटी, सब्जी, दाल या जो आसानी से मिल जाता है तो अगले दिन फिर से कम पर चले जाते हैं लेकिन अगर इस रोटी में सेहत के गुण शामिल हो जाएं तो फिर क्या कहा!
आटे की रोटी के साथ आप सप्ताह में तीन से चार दिन तक कुछ अलग प्रकार की रोटियां भी खा सकते हैं जो आपको बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करने में मदद कर सकती हैं।
मडुआ या रागी की रोटी से भरपूर होती है. रागी की रोटी से यह रक्त में ग्लूकोज को नियंत्रित करता है। आप सप्ताह में दो से तीन दिन रागी की रोटियां जरूर बनाएं
मडुआ की रोटी की एक और विशेषता है कि यह पशु चिकित्सक को पकड़ने में मदद करता है। इसके एंटीऑक्सिडेंट गुण इंसुलिन रेजिस्टेंस कम करने में मदद करते हैं।
राजगिरा (Rajgira) की रोटियां भी काफी आकर्षक होती हैं क्योंकि इन्हें क्लासिकल भी बनाया जाता है जो एंटीऑक्सीडेटिव फ़ायदों से भरपूर होती हैं और मधुमेह को भी नियंत्रित करती हैं। राजगिरा के दानों की रोटी खाने से स्टार्स कंट्रोल में रहती है।
जौ की रोटियों में प्रचुर मात्रा में मात्रा होती है। उसके साथ-साथ इनोडायडेटिव गुण भी पाए जाते हैं।
अगर आप अपने उत्पाद में जौ की रोटियाँ शामिल करते हैं। तो इससे आपका मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने वाले हार्मोन को बढ़ावा मिलता है
इसके अलावा आप सूजन को भी कम करते हैं और उसके साथ-साथ आपके शरीर को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
फिट रहने के लिए अपनी सेहत की अच्छी देखभाल और स्टाइल स्टाइल में बदलाव जरूरी है इससे आप खुद में एक नया ऊर्जावान महसूस करेंगे।