राँची39 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
85 साल की उम्र में बुधनी का निधन
देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के साथ हाईडल का स्विच दबवा कर पंचेत डैम का उद्घाटन करने वाली बुधनी मझियाइन अब नहीं रहीं। 6 दिसंबर 1959 को पंचेट डैम को आधिकारिक तौर पर मंजूरी मिल गई। इसके साथ ही इसी दिन से संथाली समाज से आने वाली बुधनी सामाजिक बहिष्कार का दंश झेलते-झेलते अंतत: चल बसी।
![इस तरह हुई अंतिम विदाई](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/11/18/kuchh-aise-di-gayi-vidai_1700309763.jpg)
इस तरह हुई अंतिम विदाई
वह 65 प्रारंभिक तक सामाजिक बहिष्करण झेला। शुक्रवार की रात आठ बजे