Yogendra Tiwari: ईडी की कार्रवाई, योगेंद्र तिवारी की गिरफ्तारी और शराब घोटाले के रहस्यों का पर्दाफाश
झारखंड के शराब माफिया योगेंद्र तिवारी को ईडी ने शराब घोटाले में शामिल होने और 40 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना गुरुवार को रात्रि के 7.15 बजे रांची में घटित हुई। ईडी ने उस पर जासूसी करायी जाने का भी आरोप लगाया है। योगेंद्र को 20 अक्टूबर को पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया जाएगा। आइए, इस मामूले की गहराईयों में जानकारी प्राप्त करें:
गिरफ्तारी की तारीख और स्थान
Yogendra Tiwari: ईडी ने गुरुवार को योगेंद्र तिवारी को पकड़ा, जिनकी पूछताछ शराब घोटाले मामूले में की जा रही थी। उनकी गिरफ्तारी की घटना रात के 7.15 बजे घटित हुई थी।
आरोप और जासूसी का आरोप
Yogendra Tiwari: ईडी ने योगेंद्र तिवारी के खिलाफ 40 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए हैं, जिसके संदर्भ में उनकी जासूसी भी कराई गई है।
शराब घोटाले की जांच
ईडी ने 2022-23 में झारखंड में शराब के कारोबार से जुड़े मामलों की जांच शुरू की है। इसके साथ ही, वह छत्तीसगढ़ की कंपनियों को सलाहकार बनाने में भी जुटी हुई है। इस दौरान, वे विशेषज्ञ सलाहकार कंपनियों की भी जांच कर रही हैं।
शराब कारोबार की कंपनियाँ
Yogendra Tiwari: ईडी ने योगेंद्र तिवारी के संबंधित कंपनियों के माध्यम से राज्य में शराब के व्यापार में निवेश किया गया है, जिसमें से करीब छह-सात करोड़ रुपये उनकी कंपनियों में निवेश किए गए थे।
कंपनियों की डेटा
- थोक व्यापार में शामिल कंपनियाँ:
- किस जिले का ठेका: कोडरमा, गढ़वा, लातेहार, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, रामगढ़, देवघर, साहिबगंज, गुमला, खूंटी, बासुकीनाथ, हजारीबग
- खाता: विभिन्न बैंकों के खातों के बारे में जानकारी
- कंपनियों का नाम: सभी कंपनियों के नाम और जिलों के साथ
- बैंक आंदोलन: उन कंपनियों के बैंक आंदोलन के बारे में जानकारी
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